पत्रकार नईम क़ुरैशी - खैतो में काम क्या बड़ी मेहनत से

फकरूद्दीन खान साहब ने खैतो में काम क्या बड़ी मेहनत से अपने बच्चे मोर्इनुद्दीन खान को अच्छी तालीम के साथ अच्छी परवारिस भी की!

जयपुर-मां बाप अपनी औलाद के लिए क्या-क्या नही करते मेहनत मजदूरी हर वो काम जिस्से वो अपने बच्चो का पैट भर सके और अच्छी से अच्छी तालीम देने की कोषिष करता हैं और यह उम्मीद अपनी औलाद से करता है कि वो बडे़ होकर उसका सहारा बने उसके कंधे से कंधा मिला कर चलेगा। उनका नाम रोषन करेगाा। बहुत कम ऐसे लोग होते है जिनकी औलाद उन मां बाप की उम्मीद पर खरा उतरती है फकरूद्दीन खान साहब ने खैतो में काम क्या बड़ी मेहनत से अपने बच्चे मोर्इनुद्दीन खान को अच्छी तालीम के साथ अच्छी परवारिस भी की एक अच्छा इन्सान भी बनाया जो आज उनका नाम रोषन कर रहा है अपने मां बाप की उम्मीदों पर खरा उतरने की पूरी पूरी कोषिष करतेे है और आज अच्छी पोस्ट पर रहकर दूस्रो को फायेदा पहुचा रहे है। मोर्इनुद्दीन खान आज अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी है और अल्पसंख्यकों भरपूर फायेदा पहुचा रहे है। जयपुर में मदरसों स्कूलों मे छात्रवृति देना उनको योजनाओं के बारे में केम्प लगाकर बताना व हर स्कूल मदरसो में जाकर पम्पलेंट के द्वारा योजनाओं की जानकारी देना अल्पसंख्यकों को उनके काम के लिए लोन देना नि:स्वार्थ पूरी इमानदारी व लगान से अपने काम को अंजाम देते है। समाज सेवा से बड़ा लगाव है समाज का कार्य ही सबसे बड़ा धर्म मानते है हाजारों बच्चें को छात्रवृति दे चुके है अल्पसंख्यकों को उनके कारोबार के लिए लोन भी दे चुके हैं। और हर तरीके से सरकार द्वारा षिक्षा से लेकर उनके कारोबार तक अल्पसंख्यकों को पूरा-पूरा लाभ दिलाने में उनकी मदद करते है और अपना आदर्ष सर सय्यद जी को मानते है अखबार, मैगजीन पढ़ना और अपने से बड़ो की दुआऐं लेना मजबूरो की मदद करना और मां-बाप के सपनो को पूरा करना मोर्इनुद्दीन खान साहब का षौक है। 2 अगस्त 2013 को प्रकाषित 

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