पत्रकार नईम क़ुरैशी - लड़का हो या लड़की मजहबी तालीम के साथ साथ दुनिया की तालीम भी आज देना जरूरी है। नर्इमुददीन कुरैशी
लड़का हो या लड़की मजहबी तालीम के साथ साथ दुनिया की तालीम भी आज देना जरूरी है। नर्इमुददीन कुरैशी
जयपुर जामा मसिजद व कुरेषी ब्रादरी के अध्यक्ष, जनाब नर्इमुददीन कुरेषी का कहना है वर्तमान समाज में खूनी रिष्तों में इतनी नफरत बढ़ रही है कि खूनी रिष्ते ही एक दूसरे का खून बहा रहे है, रिष्तो मे आ रही कड़वाहट एक त्रासदी बन रही है आज जमीन जायदाद के लिए बाप बेटे भार्इ भार्इ इक दुसरे का खून बहा रहे है आज रिष्तो की परिभापा बदलती जा रही है, आज इन्सान माया के कारण इतना अंधा हो गया है, कि रिष्तों की अहमियत भूलता जा रहा है, जिन मा बाप ने कर्इ तकलीफें परेषानयां उठार्इ अपना पेट काट कर जिन्हें पाला वही बच्चे आज अपने मा बाप की इज्जत नही करते व जमीन जायदाद के लिए उनके उपर हाथ उठाते है दोस्तों य हमारी गलती है हमने तालीम नही ली तो अपने बच्चो को भी तालीम नही दी। और कोर्इ अच्छा रोजगार भी हमारे पास नही दोस्तों आज जरूरत है तालीम की लड़का हो या लड़की बिना भेद भाव रखें दोनो को मजहबी तालीम के साथ साथ दुनिया की तालीम भी आज देना जरूरी है तभी हम व हमारे बच्चे रिष्तों की अहमियत को समझ पायेगें और सरकारी नोकरी या स्वंम का कोर्इ कारोबार कर पायेगें। यदि समय रहते आज भी हमने अपने बच्चो को षिक्षा नही दी तो आने वाला कल निषिचत रूप से घातक सिद्ध होगा। दोस्तो इसमे कोर्इ संदेह नही कि यह दुनिया नष्वर है और परलोक का जीवन ही सदैव बाकी रहने वाला और मनप्यु का स्थायी घर है। यह संसारिक जीवन मात्र एक परीक्षा और परलोक की तैयारी और उसकी खैती है। तथा लोक और परलोक की सफलता और सौभाग्य प्राप्त करने का एकमात्र रास्ता वह सीधा मार्ग है जिसे हमारे संदेप्टा मोहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम लेकर आए है। अत: जो व्यकित इस पर चलेगा वह यकीनन सफल होगा और जो उससे उपेक्षा करेगा वह नुकसान में रहेगा।
दोस्तो अगर हममे लगन है पैषन और डेडीकेषन हो तो कौन सी ऐसी उंचार्इ जिस पर जीत का परचम नही लहराया जा सक्ता। जिस प्रकार मकान की मजबूती उसकी नींव पर निर्भर करती है उसी प्रकार देष की तरक्की हम पर निर्भर करती है क्यंू कि जब तक हम पढ़े लिखेगें नही स्वंम का कारोबार नही कर सक्ते तो हम आगे नही बढ़ सक्ते। तो हमारा देष भी आगे नही बढ़ सक्ता इस लिए बहुत जरूरत है षिक्षा लेने की षिक्षा लेना हमरा अधीकार है और जब हम षिक्षा लेगें तबी तो आगे बढेगा इणिडयां। 14 जून 2013 को प्रकाषित
जयपुर जामा मसिजद व कुरेषी ब्रादरी के अध्यक्ष, जनाब नर्इमुददीन कुरेषी का कहना है वर्तमान समाज में खूनी रिष्तों में इतनी नफरत बढ़ रही है कि खूनी रिष्ते ही एक दूसरे का खून बहा रहे है, रिष्तो मे आ रही कड़वाहट एक त्रासदी बन रही है आज जमीन जायदाद के लिए बाप बेटे भार्इ भार्इ इक दुसरे का खून बहा रहे है आज रिष्तो की परिभापा बदलती जा रही है, आज इन्सान माया के कारण इतना अंधा हो गया है, कि रिष्तों की अहमियत भूलता जा रहा है, जिन मा बाप ने कर्इ तकलीफें परेषानयां उठार्इ अपना पेट काट कर जिन्हें पाला वही बच्चे आज अपने मा बाप की इज्जत नही करते व जमीन जायदाद के लिए उनके उपर हाथ उठाते है दोस्तों य हमारी गलती है हमने तालीम नही ली तो अपने बच्चो को भी तालीम नही दी। और कोर्इ अच्छा रोजगार भी हमारे पास नही दोस्तों आज जरूरत है तालीम की लड़का हो या लड़की बिना भेद भाव रखें दोनो को मजहबी तालीम के साथ साथ दुनिया की तालीम भी आज देना जरूरी है तभी हम व हमारे बच्चे रिष्तों की अहमियत को समझ पायेगें और सरकारी नोकरी या स्वंम का कोर्इ कारोबार कर पायेगें। यदि समय रहते आज भी हमने अपने बच्चो को षिक्षा नही दी तो आने वाला कल निषिचत रूप से घातक सिद्ध होगा। दोस्तो इसमे कोर्इ संदेह नही कि यह दुनिया नष्वर है और परलोक का जीवन ही सदैव बाकी रहने वाला और मनप्यु का स्थायी घर है। यह संसारिक जीवन मात्र एक परीक्षा और परलोक की तैयारी और उसकी खैती है। तथा लोक और परलोक की सफलता और सौभाग्य प्राप्त करने का एकमात्र रास्ता वह सीधा मार्ग है जिसे हमारे संदेप्टा मोहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम लेकर आए है। अत: जो व्यकित इस पर चलेगा वह यकीनन सफल होगा और जो उससे उपेक्षा करेगा वह नुकसान में रहेगा।
दोस्तो अगर हममे लगन है पैषन और डेडीकेषन हो तो कौन सी ऐसी उंचार्इ जिस पर जीत का परचम नही लहराया जा सक्ता। जिस प्रकार मकान की मजबूती उसकी नींव पर निर्भर करती है उसी प्रकार देष की तरक्की हम पर निर्भर करती है क्यंू कि जब तक हम पढ़े लिखेगें नही स्वंम का कारोबार नही कर सक्ते तो हम आगे नही बढ़ सक्ते। तो हमारा देष भी आगे नही बढ़ सक्ता इस लिए बहुत जरूरत है षिक्षा लेने की षिक्षा लेना हमरा अधीकार है और जब हम षिक्षा लेगें तबी तो आगे बढेगा इणिडयां। 14 जून 2013 को प्रकाषित
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