पत्रकार नईम क़ुरैशी - मेरी प्रेरणा का स्रोत हाजी मुश्ताक अहमद साहब थे। अब्दुल रशीद


मेरी प्रेरणा का स्रोत हाजी मुश्ताक अहमद साहब थे। अब्दुल रशीद

 
खुश रहो कि खुशी बांटने निकले हो। यह वाक्य दार्षनिक जरूर है, लेकिन इसमें एक व्यवहारिक सच्चाई भी है। यकीनन यदि आपका पेट भरा होगा तभी आप दूसरो के भूख के बारे में सही मायने में सोच पाएंगे। बहरहाल, कुछ ऐसे ही विचारों के साथ खुषी बांटने और जरूरतमंद की मदद के लिए समाज सेवा के क्षेत्र जुड़ेे है, अब्दुल रशीद क़ुरैशी। पारिवारिक दायित्वों के साथ ही सामाजिक दायित्वों को भी बाखुबी निभा रहे है। उन्होंने बताया कि डाॅ जाकिर सोषियल एण्ड वेलफेयर सोसायटी बल्ड डोनेषन कैम्प, मेडिकल तथा आई कैम्प लगा कर लोगों की हेल्प कर रही है। और हमारी सोसायटी के अध्यक्ष जनाब अशफ़ाक अहमद क़ुरैशी जैसा सोसीयल वर्कर पूरे राजस्थान में नही मिलेगा। जरूरतमंदों के लिए उनकी दानशीलता, जगजाहिर है। पिछले 17 वर्षो से इनके साथ जुडे है। जनाब अशफ़ाक अहमद के वालिद मरहुम जनाब हाजी मुश्ताक अहमद साहब के आदर्षों हमारी पूरी टीम चल रही है। उनसे ही हमने सामाजिक कार्यो और व्यापार करना सीखा है। वो आज भी हमे बहुत याद आते है। और आज भी हमारे दिलो में जिंदा है।

जीवनी : अब्दुल रशीद क़ुरैशी का जन्म 1967 को जयपुर षहर में हुआ। तथा पढाई मुस्लिम हाई सेकण्डरी स्कूल में की है। वर्तमान में टायरों का व्यापार करते है। अनेक संस्थाओं से जुड़े है। 
 
वर्तमान स्थिति : रशीद क़ुरैशी डाॅ जाकिर सोषियल एण्ड वेलफेयर सोसायटी के उपाध्यक्ष है। जयपुर ओल्ड टायर एसोसीएषन के जाॅइंट सेक्रेटरी है। अभिव्यक्ति संस्था के मेमबर है। तथा इनकी समाज में सक्रियता देखते हुए भारतीय एकता सद्भावना मिषन का जयपुर षहर जिला अध्यक्ष के पद पर नियुक्त किया। तथा और अनेक सस्ंथाओं से जुड़े है।

 फियूचर पिलान : राज्य में एजुकेषन का माहौल बनाना तथा माइनोरिटी में जो षिक्षा की कमी है उस कमी कोे खत्म करना। डाॅ जाकिर सोषियल एण्ड वेलफेयर सोसायटी द्वारा दो एम्बुलेंस महानगर में जल्द ही निःषुल्क सेवा देगी। तथा सोसायटी गलर्स स्कूल की जमीन के लिए संघर्ष कर रही है। और जल्द एक विवाह सम्मेलन सोसायटी करायेगी।


चैनो अमन बना रहे : अब्दुल रशीद क़ुरैशी का कहना है कि व षहर में चैनो अमन बना रहे तथा देष में जयपुर महानगर भाईचारा के लिए मिसाल बने। इसी फिकर को लेकर समय-समय पर हमारी सोसायटी के अध्यक्ष जनाब अषफाक अहमद साहब व हमारी पूरी टीम जयपुर कमिष्नर सहाब से मिलकर इसी विषय पर वर्ता करते है। ताकि बढ़ती अपŸाीजनक घटनाओं पर लगाम लगे। 

मेरी प्रेरणा का स्रोत : अब्दुल रशीद क़ुरैशी का कहना है कि मरहुम जनाब हाजी मुष्ताक अहमद साहब बड़े नेक दिल इंसान थे। हमे उनसे बहुत कुछ सीखने को मिला। और आज उन्ही के नकषे कदम पर उनके पुत्र जनाब अषफाक अहमद साहब चल रहे है। तथा आज अषफाक सहाब हमारे मार्गदर्षक है। लेकिन मेरी प्रेरणा का स्रोत हाजी मुष्ताक अहमद साहब थे।

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