पत्रकार नईम क़ुरैशी - स्केटिंग में स्टंड के गुरू शाहबाज सिददीकी
स्केटिंग में स्टंड के गुरू शाहबाज सिददीकी
जयपुर : शाहबाज सिददीकी ने भूटान, बंग्लादेष, थार्इलैंड, जैसे देषों में स्केटिंग में स्टंड दिखाकर विदेषो में भी नाम कमाया और आपने षहर नाम रोषन किया, और इसके अलावा भारत के मसूरी, व मेरठ, सहित कर्इ षहरोें में बड़े-बड़े प्रोग्रामों में अपने स्केटिंग में एक से बढ़कर एक स्टंडों से दर्षकों का मन मोह लिया और स्केटिंग में काफी लोकप्रियेता हासिल की, तथा उन्हेे अवाडोर्ं से सम्मानित भी किया गया। शाहबाज सिददीकी जयपुर में विषेष पहचान रखते है और अपनी मंजिल तक पहुचने के लिए संघर्ष कर रहे है, स्केटिंग में अपने देष और अपने परिवार के विकास के लिए हर संभव प्रयत्न करतें हैं।शाहबाज सिददीकी मूलत: राजस्थान के जिला करोली गांव टोडा भीम के रहने वाले है। बचपन से ही देष के लिए कुछ करने का जस्बा रखने वाले पिछले सात वर्षो से स्कूलों व पार्को तथा अपने एसोसिएषन, (इंडिया क्लब एंड ग्रुप जयपुर), द्वारा कर्इ स्केटिंग क्लासे निरन्तर चलाते है।
शाहबाज सिददीकी बताते है, कि जब वे किसी को स्केटिंग सिखाते है तो सबसे पहले उनकी सुरक्षा का ख्याल रखते है। सिखाने से पहले मै उनकी सिक्योरीटी के लिए उन्हे पहले पैड, एल्वोगार्ड, तथा हेलमेट पेहनाकर सिखते है, और छोटे बच्चों को खुद साथ में रहकर सिखाते है, और उससे भी ज्यादा उन्हे अच्छे क्वालीटी के स्केट पहना कर सिखते है।
शाहबाज सिददीकी बताते है, कि जब वे किसी को स्केटिंग सिखाते है तो सबसे पहले उनकी सुरक्षा का ख्याल रखते है। सिखाने से पहले मै उनकी सिक्योरीटी के लिए उन्हे पहले पैड, एल्वोगार्ड, तथा हेलमेट पेहनाकर सिखते है, और छोटे बच्चों को खुद साथ में रहकर सिखाते है, और उससे भी ज्यादा उन्हे अच्छे क्वालीटी के स्केट पहना कर सिखते है।
छोटी उम्र के बुलंद हौसले : जाहां इस कड़-कड़ाती ठंड के कारण युवा तक घर के बहार निकलने से कतराते है वही यह बच्चे, नमन चौधरी आयू 10 वर्ष, âदय गुप्ता आयू 7 वर्ष, व सबसे कम उम्र की सुनहरी षर्मा आयू 6 वर्ष, तथा लक्षिता राठौड़ आयू 6 वर्ष, स्केटिंग के गुरू शाहबाज सिददीकी से स्केटिंग के गुर्र सीखते नजर आये।
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