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पत्रकार नईम क़ुरैशी - शिक्षा के क्षेत्र में समाज सेवा

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शिक्षा के क्षेत्र में समाज सेवा गुडलक चिल्ड्रन स्कूल के डायरेक्टर मों. अन्सार खान विगत 27 वर्षों से षिक्षा क्षेत्र से जुड़े है। उन्होंने कठोर परिश्रम, योग्यता, बुद्धिमता तथा दूरदर्षिता से विद्यालय को उच्च स्तर पर पहुंचाया। इसी का परिणाम है कि आज दोनों विद्यालयों ने कच्ची बस्तीयों की हर झोपड़ पट्टी को षिक्षा से रोषन किया है। इस का श्रेह मों. अन्सार खान के बड़े भाई मों. अतीक साहब को जाता है।   जीवनी: मों. अन्सार खान का जन्म नवाबों की नगरी टोंक में 1977 को हुआ। तथा उन्होंने ग्रेजुएषन सन् 1999 में राजस्थान यूनिवर्सिटी से की तथा बी.एड भोंपाल बरकातुल्लाह विष्व विद्यालय, माध्यप्रदेष से सन् 2008 में की। विद्यालय की षुरूआत कब और कैसे हुई? मेरे वालिद मों. षफीक साहब ने 10 वर्ष तक मस्जिद में इमामत की है। उनके ही विचारों व आदर्षो से इस विद्यालय को षुरू किया। हमारे वालिद ने ही हम दोनों भाईयों को विद्यालय की जमीन खरीद कर दी। आमागढ़ षक्ति काॅलोनी में 1989 में गुडलक पब्लिक स्कूल षुरू किया वर्तमान में जिसमें 716 बच्चे है। तथा आजाद नगर में 1996 से गुडलक चिल्ड्रन स्कूल चल रहा है जिसमें वर्तमान

पत्रकार नईम क़ुरैशी - राजस्थान की आवाज शराब मुक्त राजस्थान

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        राजस्थान की आवाज शराब मुक्त राजस्थान शराब  हमेशा से मानव समाज के लिए एक अभिषाप रही है। इसके सेवन से अनगिनत लोगों की मौत होती होती रही है इसका सेवन दुनिया के लाखों लोगों के लिए दुःख और परेषानी का कारण बनता है। षराब मानव समाज को पेष आने वाली विभिन्न कठिनाइयों का दुनियावी सबब रही है। अपराधों की दर में जिस तरह दिन-प्रतिदिन अभिवृद्धि हो रही है, लोगों की मानसिक रोगों की घटनाओं में बढ़ोŸारी हो रही है, विकल चलाते समय दुर्घटनाएँ होती हैं तथा लाखों लोगों के परिवारिक जीवन छिन्न-भिन्न हो रहे हैं, अनगिनत अपराध होते है, इन सबके पीछे षराब की ख़मोष विध्वंसकारी षक्ति कार्य कर रही है। शराब की लत में युवा पीढ़ी इसकी गिरफ्त में तेज़ी से आ रही है। षोधकर्ताओं के अनुसार षराब के ज्यादा सेवन से 200 बीमारियों का खतरा है। षराब के सेवन आपकी प्रतिरोधी क्षमता को कमजोर करता है और इसके चलते न्यूमोनिया और टीबी जैसी अनेक बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। सरकार को इस ओर विचार करने की जरूरत है। राजस्थान में षराबबंदी को लेकर कई संगठन आंदोलन चला रहे है, जनता में इसको लेकर रोष है। लेकिन सरकार के कुछ मंत्री षराबबंदी

पत्रकार नईम क़ुरैशी - इंसानियत की मिसाल है। डाॅ ललित कुमार बाँगा

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इंसानियत की मिसाल है। डाॅ ललित कुमार बाँगा   डाॅ ललित कुमार बाँगा अपने इस व्यस्त जीवन में भी वह अपने दैनिक कार्यों को पूरे अनुशासनात्मक ढंग से पूरा करते हैं। सच बोलना और ईमानदारी की राह पर चलने को भी वह सफलता का सबसे बड़ा मंत्र मानते हैं। व अपने जीवन में खान-पान में संयम, अनुशासनात्मक जीवन तथा खुश रहना तथा दूसरों को खुश रखना ही उनके जीवन का मूल मंत्र हैं। इसके साथ ही व अपने इष्वर को भी कभी नही भूलते व कहते है कि में उस इष्वर को जब याद करता हूँ तो मन भावूक हो जाता है क्यूकि उसने मुझे औकात से ज्यादा दिया है। और मेरी प्रेरणा भी वही है, तो रखवाला भी वही है, में उसकी छत्रछाया में हूँ तो सिक्योर हूँ, वो मेरा सब कुछ है। वो मुझे मेरी ओकात रोज याद दिलाता है। और मेरी औकात भी इतनी है कि मुझे एक दिन एक थेली में ले जाकर गंगा में बहा दिया जायेगा। और दिवारों पर लिखे नाम ये बिल्डिंगे सब मिट जायेंगे। बस कर्म ही एक ऐसी चीज है जिसकी सुगंध रह जायेगी। यह उक्त विचार डाॅ ललित कुमार बाँगा के है।  परिचय: डाॅ ललित कुमार बाँगा का जन्म सन् 1968 को अलवर में हुआ। पढ़ाई उन्होंने जयपुर में ही पूरी की। तथा

पत्रकार नईम क़ुरैशी - कठिनाइयों से मिली सफलता

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कठिनाइयों से मिली सफलता  देश व दुनिया में अपनी पहचान रखने वाली साड़ी व्यवसाय में कोलकाता , बनारस , सूरत की तरह ही जयपुरी साड़ीयो की भी अपनी ही पहचान हैं इसी व्यापार से जुड़े हुए जयपुर कपड़ा व्यापारी साड़ी व्यापार में सबसे कम उम्र के कामयाब व्याक्तियों में शुमार SS TRADELINK (a unit of teÛtile agency) के डायरेक्टर श्री पवन गणपती गौड़ का जीवन संघर्ष, मेहनत, सफलता और कार्यक्षेत्र में श्रेष्ठ कार्य की मिसाल है। बचपन से ही संघर्ष के पथ पर आगे बढ़ सफलता हासिल करने वाले पवन गणपती गौड़ का मानना है कि कठिनाइयां जिंदगी के साथ आती है और बिना किसी कठिनाई के जीवन में कुछ पाना व्यर्थ  हैं, व जीवन ही संघर्ष हैं और सच्ची सफलता कठिनाइयों से गुजरते हुवे ही मिलती है। आपने पिता को ही प्रेरणा मानने वाले पवन गणपती गौड जी का जीवन विपरीत परिस्थितियों में भी बेहतर करने के लिए प्रेरित करता है। आगे उनके विचार और सफलता की जीवनी उन्हीं के शब्दों  में-   मेरा जन्म 1984 को जयपुर शहर  में हुआ। परिवार में माता पिता व हम 4 बहन भाई थे  परिवार में सिर्फ पिता ही कामाने वाले एकमात्र व्यक्ति थे बेहद गरीबी में जीवन व्यत

पत्रकार नईम क़ुरैशी - पद के साथ आती हैं बड़ी जिम्मेदारियां

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  पद के साथ आती हैं बड़ी जिम्मेदारियां नारियों में अपरिमित शक्ति और क्षमताएँ विद्यमान हैं। व्यवाहरिक जगत के सभी क्षेत्रों में उन्होंने कीर्तिमान स्थापित किये हैं। शारदा साध भी उन्ही महिलाओं में से एक है जिन्होंने अपने अदभुत साहस, अथक परिश्रम तथा दूरदर्षी बुद्धिमत्ता के आधार पर राजस्थान में अपनी पहचान बनाने में कामयाब हुई हैं। परिचय: शारदा साध का जन्म 1982 को जयपुर में हुआ। तथा उन्होंने रविन्द्र बाल भारती स्कूल से 12वीं तक पढ़ाई की तथा ग्रेजुएषन राजस्थान यूनीवर्सीटी से किया। और सन् 2003 में एम.ए, व उसके बाद बी.एड, तथा एलएलबी 2013 में कमप्लीट की। सन् 2009 में उनका विवाह हंसराज साध के साथ हुआ। आज उनका एक पुत्र भी है जिसका नाम यषराज साध है जो की चार वर्ष का हो चुका है। पिता से मिली प्रेरणा: शारदा साध बताती है कि उनके पिता श्री हरीनारायण बैरवा पूर्व में ट्रास्पोर्ट डिपार्टमेंट में एडिसनल कमिषनर रहे। तथा वर्तमान में बैरवा समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष है। पिता जी से ही प्रेरणा मिली है। उनसे ही लोगों के काम करके आगे बढ़ना सीखा है। वर्तमान स्थिति: शारदा साध कृषि उपज मण्डी समिति की चैयरमैन है

पत्रकार नईम क़ुरैशी - हज़ारों कलाकारों का मुकद्दर संवारा है रविन्द्र मंच ने

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हज़ारों कलाकारों का मुकद्दर संवारा है रविन्द्र मंच ने जयपुर को ’सिटी आॅफ आर्ट्स’ भी कहा जाता है। वास्तव में जयपुर समृद्ध कलाओं का शहर है। कला की कद्र राजसी परंपरा आज भी कायम है। और विभिन्न कलाओं को पनाह देकर सिर आखों पर बिठाने का मुकाम है-रविन्द्र मंच। इसी मंच से हजारो कलाकार ने अपनी लाईफ बदली है। ये वही रविन्द्र मंच है जहां से अनेक कलाकारों ने अपनी कला के जरीए देष-विदेष में अपना एक अलग मुकाम हासिल किया है। इसी रविन्द्र मंच से अपने जीवन की षुरूआत डाॅ. चन्द्रदीप हाड़ा ने सन् 1992 से तथा उनकी पत्नी मोनिका सिंह सन् 1996 से की है। डाॅ. चन्द्रदीप हाड़ा को भारत के सांस्कृतिक मंत्रालय द्वारा रंगमंच के क्षेत्र में शोध करने के लिए प्रदान की जाने वाली जूनियर फेलोशिप प्रदान की गयी है। डाॅ. चन्द्रदीप हाड़ा तथा उनकी पत्नी मोनिका सिंह ने गल्र्स चाइल्ड, भ्रुर्ण हत्या तथा पर्यावरण जैसे अनेक इषूज पर नाटकों का मंचन कर किया है। और जयपुर के प्रमुख स्थानों पर वर्कषाॅप चला रहे है। परिचय: डाॅ. चन्द्रदीप हाड़ा का जन्म 1972 को जयपुर में हुआ तथा उन्होंने पीएचडी डोमेस्टिक आर्ट मे राजस्थान विष्व विद्यालय से किया

पत्रकार नईम क़ुरैशी - जैकपोर्ट से मिली लोकप्रियता

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जैकपोर्ट से मिली लोकप्रियता   मंजूर अली कुरैषी का कहना है कि फिल्म लाइन उनका ड्रीम था, उनका जो सपना था वो उन्होंने पूरा किया। उन्होंने बताया कि लोग उनको देखकर हंसते थे उनके उपर जूमले छोड़ते, कि देखो वो जा रहा है हीरो लेकिन उन्होंने उनका कभी जवाब नही दिया। क्यूकि वक्त बड़ा बलवान होता है, उस वक्त वो कुछ नही थे। उस वक्त उनके लब पर एक ही षेयर हुवा करता था। ”अभी सूरज डूबा नही जरा षाम तो होने दो, में खुद लोट आऊंगा मुझे नाकाम तो होने दो, जमाना ढूँढता है मुझको बदनाम करने का बहाना में खुद हो जाऊंगा बदनाम पहले मेरा नाम तो होने दो“   लेकिन कुछ समय बाद जब उनकी फिल्म बापू जी ने चाहे बिंदणी, सिल्वर जुबली गई और राजस्थान के 50 से अधिक सिनेमा घरों में चली, और गलियों में रोड पर हर जगह उनके पोस्टर लगे तो लोगों के मूह पर ताला लग गया। जीवन परिचय: मंजूर अली कुरैषी का जन्म 1972 को जयपुर में हुआ। तथा एजुकेषन एम.ए आर्ट कल्चर। एम बी इंटरटेन्मेंट के डायरेक्टर है व आशा दर्षन कला संस्थान से जुड़े तथा कला संस्कृतिक प्रकोष्ठ कांग्रेस प्रदेष सचिव है। थिएटर से षुरूआत: मंजूर अली कुरैषी ने 19 साल की उमर से ही थि

पत्रकार नईम क़ुरैशी - वर्दी पहनने का मकसद निःस्वार्थ भाव से जनता की सेवा-डी.सी.पी हैद़र अली जैद़ी

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वर्दी पहनने का मकसद निःस्वार्थ भाव से जनता की सेवा-डी.सी.पी हैद़र अली जैद़ी 9 दिसंबर 2014 कहते हैं कि मंजिलें उन्हीं को मिलती हैं जिनके सपनों में जान होती है सिर्फ पंखों से कुछ नही होता, दोस्तों हौसलों से उड़ान होती है। सन् 1953 में जन्मे हैद़र अली जैद़ी मूल रूप से राजस्थान के जयपुर जिले के रहने वाले हैं। जयपुर में ही रहकर उन्होंने अपनी प्रारंभिक षिक्षा पूरी की। तन,मन, धन से जनता की सेवा करने की चाह रखने वाले 2006 बैच र्के आइ.पी.एस अधिकारी हैद़र अली जैद़ी का कहना है कि हमारे वर्दी पहनने का सिर्फ एक ही मकसद है जनता की निःस्वार्थ भाव से सेवा करना। डी.सी.पी. हैद़र अली जैद़ी ने प्रदेष में जिन-जिन जिलों में अपनी सेवाएं दी, वहां वो हमेषा अपने सुधारवादी कार्यों के कारण चर्चा में रहें। सहज, सरल और ईमानदार स्वाभाव के डी.सी.पी. हैद़र अली जैद़ी का कहना है कि वह जब तक ड्यूटी पर रहेंगे बिना किसी स्वार्थ के जनता की समस्याओं को दूर करने का प्रयास करते रहेंगे। वर्तमान में जयपुर में पुलिस उपायुक्त यातायात की कमान संभाल रहे हैद़र अली जैद़ी से खास बातचीत की फेसग्रुप संवादाता न

पत्रकार नईम क़ुरैशी - मसुदा की अजीम शख्सियत। हाजी अब्दुल कय्यूम

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मसुदा की अजीम शख्सियत। हाजी अब्दुल कय्यूम 6 नवंबर 2014  कांग्रेस नेता हाजी अब्दुल कय्यूम से संवाददाता नईम कुरैशी की बातचीत हाजी अब्दुल कय्यूम साहब तहसील मसुदा जिला अजमेर के एक बहुत पुराने और प्रसिद्ध नेता है और बेहद सरल और सहज स्वाभाव के हें। मसुदा के लिए उन्होंने जो उपयोगी कार्य किए उनके कारण वहाँ की जनता ने उन्हें लोकप्रिय की उपाधि दी है। वस्तुतः मसुदा के लिए उन्होंने जो कुछ किया उसे कभी भुलाया नही जा सकता। उनके प्रयत्नों से ही मसूदा आज पूरे राजस्थान मे चमक रहा है। कांग्रेस पार्टी में कब से सक्रीय है आप? कांग्रेस पार्टी में 1978 से सक्रीय पहला चुनावों 1993 में मसुदा, से लड़ा लेकिन सफता प्राप्त नही हुई। उसके बाद फिर एक बार पार्टी ने मौका दिया 1998 में एम.एल.ए का चुनाव लड़ा और भारी बहुमत से जीत हासिल की। कांग्रेस पार्टी से ही क्यंु जुड़े है आप? सबसे बड़ी बात कांग्रेस किसी भी जाती से कोई मतभेत नही रखती। और हर वर्ग हर जाती की उन्नती के ल

पत्रकार नईम क़ुरैशी - साफ मन से सेवा करने वाले व्याक्ति को खुदा का साथ मिलता है। असरार कुरैशी

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साफ मन से सेवा करने वाले व्याक्ति को खुदा का साथ मिलता है। असरार कुरैशी 8 अगस्त 2014 जयपुर: साफ मन से सेवा करने वाले व्याक्ति को खुदा का साथ मिलता है। ये विचार यूवा काग्रेंस कार्याकर्ता असरार अहमद कुरैशी के है परिचय नाम: मोहम्मद असरार कुरैशी जन्म तिथि: 03 मार्च 1993 जन्म स्थान: जयपुर षिक्षा: बी.काॅम राजनीति में: 6 वर्षो से राजनेतिक परिचय: प्रदेष सचिव, राजस्थान प्रदेष काग्रेंस कमेटी (अल्पसंख्यक विभाग)। प्रदेष सचिव, अखिल भारतीय जैमेतुल कुरैष (राजस्थान युवा मोर्चा)। जिला सचिव, नेषनल स्टूडेन्ट यूनियन आॅफ इण्डिया (nsui) समाज की निःस्वार्थ भाव से सेवा की कुरैशी समूदाय के इतिहास में प्रथम रक्तदान षिविर का आयोजन कर 105 रक्तदान यूनिट करवाया। डायबिटीज व स्वास्थ्य जांच कैम्प का आयोजन किया और दादाजी हाजी कबीरूद्दीन साहब की पुण्यतिथि पर चार वर्षो से स्वास्थ्य जांच, नेत्र जांच, ई.एन.टी. षुगर जांच, टी.बी. आदि का आयोजन निरन्तर प्रतिवर्ष किया जा रहा है। मेंरी पार्टी में सक्रिये भूमीकाऐं: झून्झूनू प्रभारी लोकसभा चुनाव में, व ल

पत्रकार नईम क़ुरैशी - उत्तम सुविधा युक्त। होटल आरको पैलेस

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  उत्तम सुविधा युक्त। होटल आरको पैलेस   6 दिसंबर 2014 जयपुरः होटल आरको पैलेस-जयपुर षहर के पर्यज व होटल व्यवसाय में जाना पहचाना नाम है। इसके संचालक जनाब मोहम्मद साबिर जी है। इन्होने अपने कठीन परिश्रम से इसकेे सौन्दर्य व इसमे दी जाने वाली सुविधाओं को एक नया आयाम दीया है। यह होटल आरकों पर्यटन, उत्तम रेस्टोरेंट, षाॅपींग सेन्टर व इन्टरनेषनल बैंक आइ सी आई सी बैंक की षाखा की उत्तम सुविधा पर्यटकों प्रदान कर रहा है। तथा ठहरने की उन्नत व्यवस्था में यह षहर में अग्रणी है। इस होटल में मिलने वाली 3 स्टार की लग्जरी सभी सुविधाओं का कम दामों में पर्यटक लाभ उठा सकते है।      विष्व पर्यटन में अपनी स्थापत्य कला, षिल्प कला, सांस्कृतिक धरोहर व अपनी राजसी शान- शौकत से सैलानियों को मंत्रमुग्ध करने वाला जयपुर अब अपनी इकोनोमिक ग्रोथ व सर्विस सेक्टर डवलपमेन्ट में पूरे भारत में एक विषिष्ट पहचान बनाते हुए दूसरे नम्बर पर अपने आपको स्थापित कर चुका है। लेकिन वही होटल आरको पैलेस के संचालक मोहम्मद साबिर का कहना है, कि आजकल पर्यटन व्यवस्था में कई प्रकार की खामियां उत्पन हो गई है। जैसे जयपुर पर्यटकों के साथ

पत्रकार नईम क़ुरैशी - में जनता के सुख-दूख में हमेषा साथ हुॅ। इम्तियाज खान गौरी

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पार्षद चुनावों की सरगर्मियां तेज नवंबर 2014 जयपुर: वार्ड 82 में चुनाव से पहले पार्षद की दावेदारी व वार्ड में प्रचार पूरे उफान पर है। पहले ईदुल अजहा और अब दिवाली बधाईयों के विज्ञापन पोस्टर के जरिए दावेदारी दिखाने में लगें है। गली मोहल्लों में बड़े-बड़े होर्डिंग लगें है। अब की बार नये चहरे व यूवा और महिलायें भी पहले से ज्यादा दावेदारी में नजर आ रही हैं। स्थानीय नागरीकों ने बताया    में जनता के सुख-दूख में हमेषा साथ हुॅ। इम्तियाज खान गौरी परिचय नाम: इम्तियाज खान गौरी़ जन्म तिथि: 10.05.1975 जन्म स्थान: जयपुर षिक्षा: 11र्वी क्लास राजनीति में: 20 वर्षो से पसंदीदा नेता: सचिन पायलेट वर्तमान स्थिति: जयपुर षहर जिला काग्रेंस कमेटी संगठन सचिव,            वार्ड 82 पुर्व पार्षद इम्तियाज खान गौरी की जुबानी मेनें पुर्व के पाॅच वर्ष 2004-09 तक के कार्यकाल में लगभग 13 करोड़ रू जनकल्यान में खर्च किये एवं पिछड़े वार्ड को आदर्ष वार्ड बनाया। सम्पूर्ण वार्ड में सड़के बनवाई, वार्ड में षिक्षा हेतु राजिव गांधी प्राईमरी स्कूल बनवाई, व इन्द्रिा गांधी मैमोरियल सामूदायिक कैन्द्र बनवाया, और गौरी पार्क के

पत्रकार नईम क़ुरैशी - पार्लर की सबसे पुरानी व सबसे विष्वस्नीय दुकान है जोधपुर पार्लर

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पार्लर की सबसे पुरानी व सबसे विष्वस्नीय दुकान है जोधपुर पार्लर   26 नवंबर 2014 जयपुर: हाउसिंग बोर्ड षास्त्री नगर की सबसे पुरानी व सबसे विष्वस्नीय दुकान है जोधपुर पार्लर। इस पार्लर में जानी-मानी हस्तियों से लेकर सभी वर्गो के लोग सहर्ष यहां से संतुष्टीपूर्ण सौन्दर्यीकरण व केष कला से संतुष्टीपूर्ण प्राप्त करते है। यहां वर्षो से जुड़े कस्टमर भी है, जो इनकी केष कर्तन कला की दक्षता के कायल है। और निरन्तर इन्ही की सेवा प्राप्त कर रहे है।   आजकल षादियों में समारोह के हिसाब से पार्लर्स में विषेष मेकअप किया जाता है। मेहँदी की रस्म, महिला संगीत, इंगेजमेंट, वेडिंग आदि समारोहों के लिए अलग-अलग प्रकार से लाइट व डार्क मेकअप किया जाता है। श्री मकवाना बताते है कि वह ग्राहक की संतुष्टी को सर्वोपरी मानते है। तथा अपनी कार्य कुषलता के द्वारा वह अपने पार्लर पर आये ग्राहक के सामाजिक कार्य व ग्राहक के चेहरे की बनावट का ध्यान रखते हुवे उसकी केषों की कटींग कर उसे उचित रूप प्रदान करते है। षादी-ब्याह का सीजन षुरू होते ही नवबंर से फरवरी तक इन षुभ मुहूर्तों में सबसे ज्यादा विवाह होते हैं। विवाह

पत्रकार नईम क़ुरैशी - सोच विचार कर, जनता के हित में जनता को ही लेना होगा फैसला। संवाददाता नईम कुरैशी

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सोच विचार कर, जनता के हित में जनता को ही लेना होगा फैसला। संवाददाता नईम कुरैशी 2014 कहने को तो हम कुछ भी कह देते है, मगर जब वोट करने समय आता है तो हम उससे कतराते है. बाद मे हम यही कहते रह जाते है कि पार्षद गलत है, तो बाद में पछतावा न हो इसलिए वोट का सदुपयोग जरूर करें, आज वो दिन आ गया है जिस दिन का बेसब्री से इंतजार था. क्योंकि वोटिंग ही हमारा वो अधिकार है, जिसके बलबूते पर हम अपने वार्ड के विकास के हित में फैसला करते है. हमारे वोट से यह तय होता है कि आखिर वो कौन व्यक्ति है जो बदल सकता है वार्ड की तस्वीर. वो दिन आ गया है तो आप सब को भी पूरी समझदारी के साथ आज फैसला करना होगा, हम लोगों को जातिवाद से ऊपर उठकर, सोच विचार कर, जनता के हित में जनता को ही लेना होगा फैसला. तो चलो नीद से जागें और करे मजबूत इरादे के साथ मतदान. मजबूत प्रत्याषी का चुनाव ताकि सकारात्मक फल हासिल हो. वोट करना बहुत ही महत्वपूर्ण कार्य है. सभी कामों को छोड़कर आप प्राथमिकता के साथ वोट देने जाए. क्योंकि वोट हर नागरिक के लिए महत्वपूर्ण अधिकार है. लोकतंत्र को मजबूत बनाने के लिए सबसे पहले वोट डालना हर नागरिक

पत्रकार नईम क़ुरैशी - रोशन रज्जाक भाटी ने सामाजिक व पारिवारिक जिम्मेदारियों को बखुबी निभाया।

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रोशन रज्जाक भाटी ने सामाजिक व पारिवारिक जिम्मेदारियों को बखुबी निभाया। 2014 बहुत कम लोग होते है जो अपने लक्ष्य को निर्धारित कर उस पर आगे बढ़ते हुए सेवा भाव आचरण के गुण को चरितार्थ करते है, और अगर इसी रास्ते पर एक महिला अग्रसर होती है तो उस पर सामाजिक व पारिवारिक जिम्मेदारियों के साथ खुद के अस्तित्व की पहचान बनाने का उत्तरदायित्व पुरूष के मुकाबले ज्यादा होता है। यह सभी गुण एक स्त्री एक महिला में होते हैं, तभी वह पथ पर सफलता का परचम लहराते हुए आगे बढ़ती जाती है। जयपुर की वार्ड 69. की पार्षद रोषन रज्जाक भाटी एक ऐसी महिला है, जिन्होने अपना जीवन लोगो व षहर की सेवा मे समर्पित किया साथ ही पारिवारिक जिम्मेदारीयों को भी बखुबी निभाया। परिचय नाम: रोषन रज्जाक भाटी जन्म तिथि: 1952 जन्म स्थान: सीकर राजस्थान षिक्षा: मैट्रीक पार्षद: वार्ड 69 राजनीति में: 25 वर्षो से पति रज्जाक भाटी से सीखा समाज सेवा करना लेकिन कुछ अलग करने चाह रखने वाली रोषन रज्जाक भाटी ने महत्वपूर्ण निर्णय लिया औ र दो बार चुनावी मैदान में उतरी और भारी मतों से जीत हासिल कर